Sunday 6 September 2020

धन और जीवन साथ साथ चलते है ।

धन को संचय के चक्कर मे जीवन निकलता रहता है ।।

और जब धन का संचरण हो जाता है ।

तो जीवन आधे से ज्यादे निकल गया होता है ।।

इसलिए धन संचय  के साथ साथ ही जीवन को जीना चाहिए


पं सचिन पाराशर शर्मा जी ( शिक्षिक,समाजसेवक)

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